बाबा सावन सिंह जी (शाकाहारी) द्वारा 'आध्यात्मिक रत्न' से चयन, दो भाग का भाग 12021-04-12ज्ञान की बातें विवरणडाउनलोड Docxऔर पढो“गुरु का वास्तविक रूप या गुरु का सार शबद है। केवल वे लोग जो बहुत भाग्यशाली हैं शबद के अभ्यास का पालन करने का अवसर मिलता है। जब वे इसका पूरा आनंद लेते हैं, फिर वासना, क्रोध, लोभ, आसक्ति और अभिमान नष्ट हो जाते हैं।”